नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 नवंबर से 1 दिसंबर तक विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे। सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी। मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।
शिखर सम्मेलन का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वैश्विक कार्रवाई को तेज करना है। सम्मेलन में दुनिया भर के नेता, नीति निर्माता, व्यवसायी और नागरिक समाज के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
मोदी का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भारत जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए कई कदम उठा रहा है। भारत ने 2030 तक अपनी गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाने और 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी बढ़ावा दे रहा है। भारत इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आईएसए) और कोलिशन फॉर डिज़ास्टर रेजिलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर (सीडीआरआई) का एक प्रमुख सदस्य है।
मोदी की दुबई यात्रा जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत के संकल्प को मजबूत करेगी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगी।