आगरा, 23 दिसंबर 2023: आज दुनियाभर में एक सनसनी फैली है कि ताजमहल के गुप्त कक्ष में शाहजहां की कब्र मिली है। इस खोज से इतिहासकारों और पुरातत्वविदों में उत्साह का माहौल है।
पुरातत्व विभाग के एक दल को हाल ही में, ताजमहल के तहखाने में एक गुप्त कक्ष का पता चला है।
इस कक्ष को सदियों से छिपाए रखा गया था और इसके दरवाजे को खोलने के लिए विशेष तकनीकों का इस्तेमाल करना पड़ा।
अंदर जाने पर पुरातत्वविदों को अवाक कर देने वाला नजारा दिखा।
दीवारों पर शानदार नक्काशी, सोने से मढ़े हुए पत्थर और अनदेखे कलाकृतियों का खजाना मौजूद था।
माना जा रहा है कि यह कक्ष शाहजहां के निजी कमरे के रूप में इस्तेमाल किया जाता था और इसमें मुगल साम्राज्य के अनमोल रहस्य छिपे हुए हैं।
गुप्त कक्ष में सबसे महत्वपूर्ण खोज शाहजहां की कब्र है।
कब्र के ऊपर एक सुंदर नक्काशीदार मकबरा बनाया गया है।
मकबरे पर शाहजहां और मुमताज़ महल की तस्वीरें बनी हुई हैं।
पुरातत्वविदों का मानना है कि शाहजहां की कब्र को ताजमहल के निर्माण के बाद ही गुप्त रूप से इस कक्ष में स्थानांतरित किया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि शाहजहां को मुगल साम्राज्य के सबसे बड़े शत्रु औरंगजेब से बचाया जा सके।इस खोज से मुगल इतिहास के कई रहस्यों से पर्दा उठ सकता है। यह पता चल सकता है कि शाहजहां और मुमताज़ महल के बीच का रिश्ता कैसा था और मुगल साम्राज्य के अंतिम दिनों में क्या हुआ था।हालांकि, इस खोज को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि इस कक्ष को खोलने से ऐतिहासिक महत्व की चीजों को नुकसान पहुंच सकता है।
वहीं, कुछ का मानना है कि इस कक्ष में दफन की हुई शहजादियों की आत्माओं को बेचैनी हो सकती है।
फिलहाल, पुरातत्व विभाग इस कक्ष की सुरक्षा और अध्ययन करने में लगा हुआ है।
साथ ही, सरकार ने एक कमेटी बनाई है जो इस खोज के महत्व और आगे की कार्रवाई का निर्णय लेगी।
यह खबर आग की तरह फैल रही है और दुनिया भर के लोग इस रहस्यमय कक्ष के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं।
आने वाले दिनों में इस खोज से और क्या-क्या रहस्य सामने आएंगे, यह देखना होगा।