गुरुवार, 8 फरवरी को किसानों के संसद मार्च के मद्देनजर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भारी जाम लग गया। हजारों किसान संसद भवन में विरोध प्रदर्शन करने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा से निकले हैं, जिसके चलते सुबह से ही यातायात अस्त-व्यस्त हो गया है।

दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कारणों से सीमा पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं और वाहनों की सघन जांच की जा रही है। दोपहिया और चार पहिया वाहन दोनों सारिता विहार इलाके में घंटों फंसे रहे। दिल्ली से नोएडा जाने वाले रास्ते पर भी भारी ट्रैफिक जाम की सूचना है।
किसानों की मांग है कि उनकी भूमि का उचित मुआवजा दिया जाए और उन्हें पुनर्वासित किया जाए। उनका कहना है कि स्थानीय विकास प्राधिकरणों ने पिछले चार दशकों में उनकी जमीन अधिग्रहीत कर ली थी और उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया है।
किसानों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दिसंबर 2023 से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध तेज करने के लिए उन्होंने गुरुवार को ‘किसान महापंचायत’ और संसद मार्च का आयोजन किया है।
मुख्य बिंदु:
- किसानों के संसद मार्च के चलते दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भारी जाम
- भारी सुरक्षा व्यवस्था, सीमा पर बैरिकेड्स लगाए गए
- जाम से दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक परेशान
- किसानों की मांग उचित मुआवजा और पुनर्वास की
- नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जारी है विरोध प्रदर्शन
स्थिति पर नजर बनाए रखें:
यात्रा करने से पहले ट्रैफिक अपडेट की जांच जरूरी है। गूगल मैप्स, वेज़ जैसी एप्लिकेशन या ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट से वास्तविक समय की जानकारी ली जा सकती है।
आगे क्या?
यह देखना बाकी है कि किसानों का मार्च कैसा रहता है और सरकार उनकी मांगों पर क्या प्रतिक्रिया देती है। इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में और बड़ा विरोध प्रदर्शन होने की भी संभावना है।