किसान यूनियनों ने बुधवार को भारत बंद को “बड़ी सफलता” बताया है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को दोहराया। देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए, सड़कें अवरुद्ध रहीं और बाजार बंद रहे।

भारत बंद: किसान यूनियनों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल को "बड़ी सफलता" बताया, कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की

विरोध प्रदर्शन की झलकियां:

  • पंजाब और हरियाणा में किसानों ने प्रमुख सड़कों को जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ।
  • दिल्ली में, किसानों ने सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जबकि कुछ अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शन हुए।
  • महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित अन्य राज्यों में भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया।
  • विरोध प्रदर्शन आम तौर पर शांतिपूर्ण रहे, लेकिन कुछ स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प की भी खबरें हैं।

किसान यूनियनों का दावा:

  • सभी किसान यूनियनों ने दावा किया है कि भारत बंद एक बड़ी सफलता रही है और इसने सरकार को अपना संदेश पहुंचा दिया है।
  • उन्होंने कहा कि देश भर के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं और जब तक उन्हें रद्द नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

सरकार का रुख:

  • सरकार ने अभी तक भारत बंद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
  • हालांकि, पहले सरकार ने कहा था कि वह किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए खुली है, लेकिन कानूनों को रद्द करने का कोई इरादा नहीं है।

आगे क्या?

  • यह देखना बाकी है कि सरकार किसानों के विरोध पर कैसे प्रतिक्रिया देगी।
  • कुछ का मानना ​​है कि सरकार अंततः कानूनों में कुछ संशोधन करने के लिए सहमत हो सकती है, जबकि अन्य का मानना ​​है कि वह उन्हें पूरी तरह से रद्द करने के लिए मजबूर हो सकती है।
  • इस बीच, किसानों ने कहा है कि वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे और सरकार के सामने झुकने का कोई इरादा नहीं है।

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