आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए गोवा, हरियाणा और गुजरात में सीट बंटवारे का समझौता किया है। सूत्रों के मुताबिक, इस समझौते के तहत दोनों पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगी और सीटों को आपस में बांट लेंगी। इस समझौते को आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि दोनों पार्टियों के बीच समझौता हो चुका है।
समझौते के मुख्य बिंदु:
- गोवा: गोवा में 2 सीटें हैं। सूत्रों के अनुसार, इस समझौते के तहत कांग्रेस एक सीट पर चुनाव लड़ेगी जबकि AAP दूसरी सीट पर चुनाव लड़ेगी।
- हरियाणा: हरियाणा में 10 सीटें हैं। सूत्रों के अनुसार, दोनों पार्टियों के बीच 5-5 सीटों का बंटवारा हो सकता है।
- गुजरात: गुजरात में 26 सीटें हैं। सूत्रों के अनुसार, दोनों पार्टियों के बीच सीटों को आपस में बांटने पर अभी चर्चा चल रही है।
इस समझौते का असर:
- बीजेपी के लिए चुनौती: यह समझौता भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। तीनों राज्यों में भाजपा का वर्चस्व रहा है और इस समझौते से उसे कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
- कांग्रेस और AAP के लिए फायदा: इस समझौते से कांग्रेस और AAP को फायदा मिल सकता है। एक-दूसरे के खिलाफ न लड़ने से दोनों पार्टियों को अपने वोट बैंक को मजबूत बनाने का मौका मिलेगा।
- त्रिकोणीय मुकाबला: इन राज्यों में चुनाव अब त्रिकोणीय हो सकते हैं, जिससे मुकाबला और रोचक हो सकता है।
विपक्षी दलों की रणनीति:
यह समझौता विपक्षी दलों की राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को चुनौती देने की रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है। अगर अन्य राज्यों में भी इसी तरह के समझौते होते हैं, तो भाजपा के लिए 2024 के चुनाव काफी कठिन हो सकते हैं।
आगे क्या?
आपको बता दें कि अभी तक इस समझौते की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। दोनों पार्टियों की तरफ से भी इस पर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन अगर यह समझौता सही साबित होता है, तो 2024 के चुनाव काफी दिलचस्प हो सकते हैं।