अमेरिकी और चीनी शोधकर्ताओं ने एक नए तरह के फ़िंगरप्रिंट हैकिंग तकनीक को लेकर चेतावनी दी है, जिसे “प्रिंटलिस्नर” कहा जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल स्मार्टफोन की टचस्क्रीन पर स्वाइप करते समय निकलने वाली आवाज़ से किसी व्यक्ति की उंगलियों के निशान को रीक्रिएट करने के लिए किया जा सकता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, हैकर्स स्मार्टफोन में मौजूद माइक्रोफोन का उपयोग करके इस आवाज़ को रिकॉर्ड कर सकते हैं। फिर, वे इस रिकॉर्डिंग का उपयोग करके 3D मॉडल बना सकते हैं, जिसका उपयोग करके फ़िंगरप्रिंट को अनलॉक किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यह तकनीक खासकर उन लोगों के लिए खतरा है जो अपने फ़िंगरप्रिंट का उपयोग अपने स्मार्टफोन को अनलॉक करने के लिए करते हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि वे वैकल्पिक सुरक्षा विधियों, जैसे पिन या पासवर्ड का उपयोग करें।
अध्ययन के बारे में अधिक जानकारी:
यह अध्ययन यूनिर्वर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैन डिएगो और चीनी अकादमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया था। अध्ययन को हाल ही में यूएसENIX सुरक्षा सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था।
शोधकर्ताओं ने पाया कि वे स्मार्टफोन की टचस्क्रीन पर केवल 10 सेकंड के लिए स्वाइप करते समय रिकॉर्ड की गई आवाज़ से सटीक 3D मॉडल बना सकते हैं। उन्होंने यह भी पाया कि ये मॉडल 90% से अधिक समय फ़िंगरप्रिंट को अनलॉक करने में सफल रहे।
इस खबर पर प्रतिक्रियाएं:
इस खबर पर कई सुरक्षा विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह तकनीक भविष्य में एक बड़ा खतरा बन सकती है। वहीं, अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस तकनीक का इस्तेमाल करना मुश्किल है और इसलिए यह आम लोगों के लिए खतरा नहीं है।
आप क्या कर सकते हैं?
यदि आप इस खबर से चिंतित हैं, तो आप निम्न कार्य कर सकते हैं:
- अपने स्मार्टफोन को अनलॉक करने के लिए फ़िंगरप्रिंट का उपयोग करना बंद करें।
- पिन या पासवर्ड का उपयोग करके अपने स्मार्टफोन को अनलॉक करें।
- अपने स्मार्टफोन पर मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- अपने स्मार्टफोन पर सभी ऐप्स के लिए दो-कारक प्रमाणीकरण सक्षम करें।
हालांकि फ़िंगरप्रिंट सेंसर सुविधाजनक होते हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप उनकी सुरक्षा सीमाओं से अवगत हों। उपरोक्त युक्तियों का पालन करके, आप अपने स्मार्टफोन को फ़िंगरप्रिंट हैकिंग से बचा सकते हैं।