कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है और दिल्ली और अन्य राज्यों में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय किया है। यह समझौता दोनों पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इससे उन्हें बीजेपी को टक्कर देने में मदद मिल सकती है।

दिल्ली में सीट बंटवारा:
- दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटें हैं।
- इस समझौते के तहत, आप 4 सीटों (दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली) पर चुनाव लड़ेगी।
- कांग्रेस 3 सीटों (चंदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली) पर चुनाव लड़ेगी।
अन्य राज्यों में समझौता:
- हरियाणा में, कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि आप को 1 सीट (कुरुक्षेत्र) दी गई है।
- गुजरात और गोवा में भी दोनों पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है।
- चंडीगढ़ में भी दोनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़ेंगी।
इस समझौते के मायने:
- इस समझौते को दोनों पार्टियों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। इसका मतलब है कि बीजेपी को टक्कर देने के लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है।
- दिल्ली में, आप को अपने मजबूत जनाधार वाली सीटें मिली हैं जबकि कांग्रेस को अपने पारंपरिक क्षेत्रों में चुनाव लड़ने का मौका मिला है।
- अन्य राज्यों में भी इस समझौते से विपक्ष को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
चुनौतियां:
- हालांकि, इस समझौते के सामने भी कई चुनौतियां हैं।
- दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को मिलकर काम करना होगा और एक-दूसरे के उम्मीदवारों का समर्थन करना होगा।
- साथ ही, यह समझौता अन्य विपक्षी दलों के साथ कैसे तालमेल बैठाएगा, यह देखने वाली बात होगी।
आने वाले समय में यह समझौता कितना सफल होगा, यह तो चुनाव के नतीजों से ही पता चलेगा। लेकिन यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो बीजेपी को टक्कर देने में मदद कर सकता है।