25 फरवरी, 2024: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के द्वारका में समुद्र में स्कूबा डाइविंग कर भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी जलमग्न द्वारका नगरी के दर्शन किए। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पहली बार इस प्राचीन शहर के अवशेषों को देखा।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा: “जलमग्न द्वारका नगरी में प्रार्थना करने का अनुभव दिव्य था। मैंने खुद को प्राचीन युग के आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति से जुड़ा हुआ महसूस किया। भगवान श्री कृष्ण हम सब पर कृपा बनाए रखें।”
जलमग्न द्वारका नगरी: द्वारका गुजरात के पश्चिमी तट पर स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने द्वारका में अपनी राजधानी स्थापित की थी। 1980 के दशक में समुद्र में किए गए एक खोज अभियान में द्वारका के प्राचीन शहर के अवशेष मिले थे।
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा: प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका में सुदर्शन सेतु का भी लोकार्पण किया। यह 4.5 किलोमीटर लंबा पुल द्वारका को ओखा से जोड़ता है। इस पुल के निर्माण से द्वारका और आसपास के क्षेत्रों के विकास को गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था। इस दौरे ने न केवल द्वारका के ऐतिहासिक महत्व को उजागर किया, बल्कि इस क्षेत्र के विकास को भी गति प्रदान की।
इस दौरे के कुछ मुख्य बिंदु:
- प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका में समुद्र में स्कूबा डाइविंग कर जलमग्न द्वारका नगरी के दर्शन किए।
- उन्होंने द्वारका में सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किया।
- उन्होंने द्वारकाधीश मंदिर में भी दर्शन किए।
यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह दौरा द्वारका और आसपास के क्षेत्रों के विकास को भी गति प्रदान करेगा।