पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से चला आ रहा तनाव कम होता हुआ दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार ने हाल ही में लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संकेत दिया कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने पर “गंभीरता से विचार” कर रहा है। यह बयान 2019 से रुके हुए द्विपक्षीय व्यापार को फिर से शुरू करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
विदेश मंत्री डार ने इस बात को रेखांकित किया कि पाकिस्तान के व्यापार जगत के लोग भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने के लिए उत्सुक हैं। उनका मानना है कि इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में भारत के साथ व्यापार संबंध तोड़ दिए थे।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने की बात कही है। 2021 में, पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय परिषद ने भारत से कपास और सूत के आयात की अनुमति दी थी। लेकिन बाद में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने उस समय की परिस्थितियों को देखते हुए व्यापार को जारी रखने में असमर्थता जताई थी।
पाकिस्तान के इस ताजा रुख के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक तरफ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना कर रही है और व्यापार को फिर से शुरू करने से उसे आर्थिक लाभ मिल सकता है। वहीं दूसरी तरफ वैश्विक राजनीतिक परिस्थिति भी बदल रही है।
यह देखना अभी बाकी है कि क्या पाकिस्तान और भारत के बीच व्यापार संबंध वास्तव में बहाल होते हैं। इसके लिए दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव कम होना जरूरी है। साथ ही, व्यापार से जुड़े मुद्दों पर भी सहमति बननी होगी।