भारत में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निपटने के लिए कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में, इस दिशा में दो अहम खबरें सामने आई हैं।
कर्नाटक पुलिस को मदद देगा इंफोसिस फाउंडेशन
इंफोसिस फाउंडेशन ने कर्नाटक पुलिस को साइबर अपराध से लड़ने में मदद करने के लिए फंड देने की घोषणा की है। यह फंड पुलिस को साइबर फोरेंसिक उपकरण और साइबर अपराध जांच में कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहायता करेगा। इससे कर्नाटक पुलिस को साइबर अपराध की जांच में तेज और प्रभावी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
भारतीय यूजर्स को सावधान करता है एप्पल
दूसरी तरफ, टेक दिग्गज एप्पल ने भारतीय यूजर्स को एक संभावित खतरे से आगाह किया है। एप्पल के अनुसार, एक खतरनाक स्पाइवेयर “मर्सिनरी स्पाइवेयर” 92 देशों के यूजर्स को निशाना बना रहा है, जिनमें भारत भी शामिल है। यह स्पाइवेयर यूजर्स के फोन और अन्य उपकरणों से डाटा चुरा सकता है। एप्पल ने यूजर्स को अपने उपकरणों को अपडेट करने और संदिग्ध लिंक्स या फाइलों को न खोलने की सलाह दी है।
दोनों खबरों का महत्व
ये दोनों खबरें साइबर सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। एक तरफ जहां इंफोसिस फाउंडेशन का फंड पुलिस को साइबर अपराध से लड़ने में सक्षम बनाएगा, वहीं दूसरी तरफ एप्पल की चेतावनी यूजर्स को सावधान रहने के लिए प्रेरित करेगी।
आप क्या कर सकते हैं?
डिजिटल अपराध से खुद को बचाने के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं। मजबूत पासवर्ड बनाएं, संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करें, अज्ञात स्रोतों से ऐप्स डाउनलोड न करें और अपने उपकरणों को अपडेटेड रखें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को दें।
साइबर सुरक्षा एक सामूहिक प्रयास है। सरकार, निजी कंपनियां और आम जनता सभी को मिलकर डिजिटल अपराध को रोकने के लिए काम करना होगा।