बेंगलुरु, 23 अप्रैल 2024: भारतीय विज्ञान संस्थान , बेंगलुरु के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे यौगिक का विकास किया है जो कैंसर की वैक्सीन बनाने में मददगार हो सकता है। यह यौगिक, जिसे ‘आईआईएससी-1’ नाम दिया गया है, स्तन कैंसर और फेफड़ों के कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर कोशिकाओं को मारने में प्रभावी दिखा है।
अध्ययन
भारतीय विज्ञान संस्थान के शोधकर्ताओं ने चूहों पर ‘आईआईएससी-1’ का परीक्षण किया और पाया कि इसने ट्यूमर के विकास को काफी हद तक कम कर दिया। उन्होंने यह भी पाया कि ‘आईआईएससी-1’ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है, जो कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
महत्व
यह खोज कैंसर के इलाज के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती है। ‘आईआईएससी-1’ का उपयोग कैंसर की वैक्सीन बनाने के लिए किया जा सकता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए प्रेरित करेगा।
अगले चरण
वैज्ञानिक अब ‘आईआईएससी-1’ की सुरक्षा और प्रभावकारिता का मूल्यांकन करने के लिए नैदानिक परीक्षण करने की योजना बना रहे हैं। यदि परीक्षण सफल होते हैं, तो ‘आईआईएससी-1’ कैंसर के इलाज में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
यह खोज कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। ‘आईआईएससी-1’ का उपयोग कैंसर के इलाज के लिए एक नई और अधिक प्रभावी विधि विकसित करने में मदद कर सकता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- इस अध्ययन के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप https://iisc.ac.in/ पर जा सकते हैं।
- कैंसर के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप https://www.cancer.gov/ पर जा सकते हैं।