सूत्रों के अनुसार रूस भारत को 2026 के तीसरे तिमाही तक शेष दो S-400 वायु रक्षा मिसाइल स्क्वाड्रन प्रदान करेगा। रक्षा सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया, “S-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली के दो शेष मिसाइल स्क्वाड्रन अगस्त 2026 तक आपूर्ति किए जाने वाले हैं और इससे हमारी वायु रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।”
आपूर्ति में देरी
रूस को मूल रूप से 2024 की शुरुआत तक पांच स्क्वाड्रन देने थे, लेकिन चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आपूर्ति में देरी हो गई।
हवा में मजबूती
भारत के लिए S-400 मिसाइल प्रणाली एक महत्वपूर्ण रक्षा अधिग्रहण है। यह दुश्मन के विमानों, हेलीकॉप्टरों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है। अतिरिक्त स्क्वाड्रन प्राप्त करने से भारत की वायु रक्षा क्षमताओं को काफी बढ़ावा मिलेगा।
अस्वीकरण
यह लेख केवल सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। आधिकारिक पुष्टि का अभी इंतजार है।