राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (8 नवंबर, 2023) श्रीनगर (गढ़वाल) में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना में जन आंदोलन की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे इस क्षेत्र के लोगों की शिक्षा के प्रति अपार इच्छा और समर्पण था।
राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना के समय से ही यह क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। विश्वविद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करके समाज को अनेक योग्य व्यक्ति दिए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को अब और अधिक समावेशी और नवाचारपूर्ण बनने का प्रयास करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने नव दीक्षित स्नातकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अपनी शिक्षा का उपयोग समाज के लिए कुछ अच्छा करने के लिए करें। उन्होंने कहा कि वे भारत के भविष्य के निर्माता हैं और उन पर देश की प्रगति की जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों को भी उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में उनकी अहम भूमिका है।
इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल श्री लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर जैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।