कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने देश के ताप विद्युत संयंत्रों को कोयला आपूर्ति के अपने वार्षिक लक्ष्य को पार कर लिया है। कंपनी ने 27 मार्च तक 610.8 मिलियन टन (MT) कोयला सप्लाई किया है, जो कि निर्धारित लक्ष्य 610 MT से अधिक है। यह अब तक का सबसे अधिक कोयला आपूर्ति का आंकड़ा है और कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की समाप्ति से चार दिन पहले ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया है।

पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में CIL की कोयला आपूर्ति में 29.3 मिलियन टन या 5% की वृद्धि हुई है। कंपनी इस समय कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को औसतन 1.76 मिलियन टन प्रतिदिन कोयला आपूर्ति कर रही है, जो बिजली क्षेत्र की बढ़ती मांग को दर्शाता है। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब CIL ने बिजली क्षेत्र को कोयला आपूर्ति के लक्ष्य को पार किया है।
कोल इंडिया के इस उपलब्धि के मायने:
- बिजली संकट कम करने में मदद: पर्याप्त कोयला आपूर्ति से इस साल गर्मी के दौरान बिजली की संभावित कमी को कम करने में मदद मिल सकती है।
- अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: विश्वसनीय बिजली आपूर्ति उद्योगों को सुचारू रूप से चलाने और देश के आर्थिक विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- कंपनी की कार्यप्रदर्शन में सुधार: लक्ष्य से अधिक उत्पादन कंपनी के बेहतर प्रबंधन और कार्यप्रणाली का संकेत देता है।
हालांकि, कोयले पर भारत की निर्भरता को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर रुख करने की भी आवश्यकता है।