देहरादून के गोविंदगढ़ क्षेत्र के खुडबुड़ा स्थित झुग्गियों में आज सुबह एक भयानक आग का हादसा हो गया। इस हादसे में कुछ घरेलू सिलेंडरों में आग लग गई, जिसकी वजह से आसपास के मकानों में भी आग फैल गई।
मकान में मौजूद थे तीन बच्चे, जिन्हें स्थानीय युवकों ने जान की परवाह किए बिना ही बचा लिया। यह भावनात्मक रक्षा कार्य उनके लिए सराहनीय है।
इस हादसे की शुरुआत का कारण बताया जा रहा है कि कबाड़ बीनने वाले बच्चे ने कुछ तार आदि जलाने की कोशिश की थी, जिससे आग फैल गई।

जानकारी के अनुसार, जब फायर सर्विस को इस हादसे की सूचना मिली तो वे तत्काल चार गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। इस दौरान आग से 22 झुग्गियां जलकर स्वाहा हो गई।
इस घटना से हुई जमीनी चीख पर स्थानीय लोगों ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया है। इस दौरान किसी को चोट नहीं पहुंची है।
यहां तक कि दमकल की मुख्यालय से बातचीत के लिए एक टीम भी मौके पर पहुंची है और घटना की जांच जारी है।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में गहरी चिंता और आशंका का संदेश दिया है। झुग्गी-झोपड़ी में इस तरह की आगों का होना सामान्य बात है, लेकिन इस घटना में बच्चों की जानों को बचाने वाले युवकों ने अपने ही जोखिम उठाकर उन्हें सुरक्षित कर लिया, जिसका सराहनीय कार्य है।
स्थानीय प्रशासन को सख्ती से ध्यान देने की जरूरत है कि ऐसी आगों की घटनाएं कम हों। उन्हें झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए। इससे न केवल ऐसी घटनाओं को कम किया जा सकता है, बल्कि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचाव के लिए एक प्रभावी प्रक्रिया भी स्थापित की जा सकती है।