गोल गत्ता लकड़पटनम दे दना दन प्रतियोगिता …यानी क्रिकेट के प्रशंसक आज तब अचंबे में आ गए, जब भारत में चल रहे क्रिकेट विश्व कप प्रतियोगिता में बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच चल रहे मुकाबले में अंपायर ने श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को बिना किसी गेंद खेले आउट करार दिया, जी हां आप जानकर हैरान होंगे कि आखिर बिना किसी गेंद खले किसी खिलाड़ी को आउट कैसे दिया जा सकता है। आपको बता दें श्रीलंका आज अपना आठवां मुकाबला खेलने के लिए दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में मैदान पर उतरा था। टाअ्स जीतकर बांग्लादेश ने श्रीलंका को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज पी निशंका ने टीम को महत्वपूर्ण रनों का योगदान दिया जबकि चरिथ असलंका ने शतक जोड़कर टीम को फाइटिंग स्कोर तक पहुंचाया , लेकिन इस दौरान एक ऐसा निर्णय देखने को मिला जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार घटित हो रहा था। श्रीलंका के बल्लेबाजों के छठवें नंबर के बल्लेबाज के विकेट का पतन होने के बाद जब ऑलराउंडर अंजलियो मैथ्यूज बल्लेबाजी के लिए थोड़ी विलंब से आए और अपने हेलमेट से भी जूझते नजर आए और खामी के चलते फिर ड्रेसिंग रूम से नए हेलमेट की मांग करने लगे तभी बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने निर्णायकों से टाईम्ड आउट की अपील जिस पर अंपायरों ने एंजेलो मैथ्यूज को आउट करार दिया हालांकि एंजेलो मैथ्यूज इस निर्णय से नाखुश दिखे वही क्रिकेट प्रशंसक भी अचंबे में थे क्योंकि यह क्रिकेट इतिहास में पहली बार घट रहा था.
किस नियम के तहत दिया गया आउट?
आपको बता दें एंजेलो मैथ्यूज को क्रिकेट के नियम 40.1.1 के तहत टाईम्ड आउट डिस्मिसल दिया गया।
क्या कहता है नियम 40.1.1 ?
मौजूदा बल्लेबाज के विकेट के पतन के बाद आने वाले बल्लेबाज को 2 मिनट के समय के अंतराल में ही बॉल खेलने के लिए तैयार होना है ऐसा न होने पर बल्लेबाज को अंपायर द्वारा आउट दिया जा सकता है।