नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने देश भर में मौजूद आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर करने का फैसला किया है। सरकार का मानना है कि इस नए नाम से इन केंद्रों की पहचान और अधिक मजबूत होगी और लोगों तक इन केंद्रों के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी।
आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को मजबूत करना है। इन केंद्रों में लोगों को मुफ्त में निवारक, प्रचारात्मक, उपचारात्मक और पुनर्वास संबंधी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाती हैं:
- प्रसूति और नवजात शिशु देखभाल
- बाल स्वास्थ्य सेवाएं
- मातृ स्वास्थ्य सेवाएं
- परिवार नियोजन सेवाएं
- गैर-संक्रामक रोगों की रोकथाम और नियंत्रण
- संक्रामक रोगों का इलाज
- मानसिक स्वास्थ्य देखभाल
- दवाइयां और नैदानिक सुविधाएं
केंद्र सरकार का मानना है कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नाम बदलने से इन केंद्रों को एक नई पहचान मिलेगी और लोगों को इन केंद्रों के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी। सरकार का यह भी मानना है कि नए नाम से इन केंद्रों के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ेगा।