
भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य की 90% आबादी को निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा देने का एलान किया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज इस योजना का शुभारंभ किया और कहा कि यह राज्य के लोगों को बेहतर और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस योजना के तहत, राज्य सरकार ने राज्य के सभी निजी अस्पतालों के साथ करार किया है।
इन अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों को सरकार द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करना होगा।
इस कार्ड के जरिए मरीजों को इलाज का खर्च सीधे सरकार द्वारा अस्पताल को भुगतान कर दिया जाएगा, जिससे मरीजों को जेब से कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
सरकार का कहना है कि इस योजना से राज्य के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को काफी फायदा होगा। अब तक, इन लोगों को निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए भारी-भरकम रकम खर्च करनी पड़ती थी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ जाती थी।
लेकिन अब, इस योजना के तहत उन्हें बिना किसी चिंता के निजी अस्पतालों में इलाज मिल सकेगा।
योजना के तहत, सरकार हर परिवार को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज का कवर देगी।
इसमें OPD (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) और IPD (इन पेशेंट डिपार्टमेंट) दोनों तरह के इलाज शामिल होंगे।
सरकार ने यह भी कहा है कि वह समय-समय पर इस कवर की राशि को बढ़ाती रहेगी।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि यह योजना राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांति लाएगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल गरीबों को फायदा होगा, बल्कि इससे निजी अस्पतालों को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों को अब गरीब मरीजों को इलाज देने से इंकार नहीं कर पाएंगे।

इस योजना की सराहना करते हुए विपक्षी दलों ने भी कहा है कि यह एक अच्छा कदम है।
हालांकि, उन्होंने सरकार से यह भी मांग की है कि वह सरकारी अस्पतालों की स्थिति में भी सुधार लाए, ताकि लोगों को निजी अस्पतालों पर निर्भर न होना पड़े।कुल मिलाकर, ओडिशा सरकार की यह योजना राज्य के लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। इससे न केवल लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि इससे उनके आर्थिक बोझ को भी कम करने में मदद मिलेगी।यह देखना होगा कि आने वाले समय में यह योजना कितनी सफल होती है।