वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी 1 फरवरी, 2024 को लोकसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह बजट कई मायनों में खास है, क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि वित्त मंत्री इस बजट में आम आदमी को क्या राहत देंगी और आर्थिक विकास को गति देने के लिए क्या नए कदम उठाएंगी।
बजट की प्राथमिकताएं:
- आर्थिक विकास: माना जा रहा है कि इस बजट में आर्थिक विकास को गति देने पर सबसे अधिक जोर दिया जाएगा। इसके लिए सरकार बुनियादी ढांचे के विकास, विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने और निर्यात को बढ़ाने के लिए कई उपायों की घोषणा कर सकती है।

- रोजगार सृजन: बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और ऐसे में इस बजट में रोजगार सृजन पर भी खास ध्यान दिया जा सकता है। इसके लिए सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा देने, कौशल विकास पर जोर देने और सार्वजनिक क्षेत्र में निवेश बढ़ाने जैसे कदम उठा सकती है।
- सामाजिक कल्याण: सरकार गरीबों, किसानों, महिलाओं और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए भी कई योजनाओं की घोषणा कर सकती है। इसमें आयुष्मान भारत योजना का विस्तार, किसानों की आय बढ़ाने के लिए उपाय और शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाना शामिल हो सकता है।
बजट से जुड़ी उम्मीदें:
- कर घटाने की उम्मीद: लोग इनकम टैक्स में राहत मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। इसके अलावा, अन्य अप्रत्यक्ष करों में भी कुछ रियायत मिलने की संभावना है।
- महंगाई से राहत: महंगाई बढ़ने से लोगों का बजट बिगड़ गया है। ऐसे में इस बजट में सरकार कुछ ऐसे उपायों की घोषणा कर सकती है, जिससे महंगाई पर काबू पाया जा सके।
- कृषि क्षेत्र को बढ़ावा: कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। ऐसे में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के लिए इस बजट में कई घोषणाएं हो सकती हैं।
- मध्यम वर्ग को राहत: सरकार इस बजट में मध्यम वर्ग को भी कुछ राहत दे सकती है। इसमें शिक्षा ऋण पर ब्याज में छूट, स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर कर छूट आदि शामिल हो सकते हैं।
बजट पेश होने के बाद ही यह पता चल सकेगा कि सरकार ने इन उम्मीदों को पूरा किया है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि यह बजट देश की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन पर दूरगामी प्रभाव डालेगा।