खुशखबरी! ईपीएफओ ने ब्याज दर बढ़ाकर की तीन साल की ऊंचाई छुआ, ग्राहकों को होगा फायदा

नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। ईपीएफओ की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ब्याज दर को बढ़ाकर 8.25% करने की सिफारिश की है। पिछले साल यह दर 8.15% थी। यह तीन साल में सबसे अधिक ब्याज दर है।

सीबीटी की बैठक के बाद वित्त मंत्रालय द्वारा इस सिफारिश को मंजूरी मिलने के बाद यह दर लागू हो जाएगी। इसके बाद ईपीएफओ ग्राहकों के खातों में फरवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक की जमा राशि पर 8.25% की दर से ब्याज जमा किया जाएगा।

क्या है इसका मतलब?

ब्याज दर बढ़ने से ईपीएफओ ग्राहकों को अपने भविष्य निधि खाते में जमा राशि पर मिलने वाला रिटर्न बेहतर होगा। उदाहरण के लिए, मान लीजिए किसी व्यक्ति के ईपीएफओ खाते में 5 लाख रुपये जमा हैं, तो उसे अब सालाना 41,250 रुपये ब्याज मिलेगा। जबकि पिछले साल उसे 40,750 रुपये ही मिलते थे।

सरकार ने क्यों बढ़ाई ब्याज दर?

सरकार पिछले कुछ सालों से ईपीएफओ की ब्याज दर को कम करती रही है। हालांकि, अब आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने और महंगाई कम होने के कारण सरकार ने ब्याज दर बढ़ाने का फैसला किया है। इससे ग्राहकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा और साथ ही साथ अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

क्या कहना है ईपीएफओ ग्राहकों का?

ईपीएफओ ग्राहकों ने ब्याज दर बढ़ाने के फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे उनकी भविष्य की आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी। हालांकि, कुछ ग्राहकों का कहना है कि यह बढ़ोतरी अभी पर्याप्त नहीं है और इसे और बढ़ाया जाना चाहिए।

अगला कदम क्या?

अब सभी को वित्त मंत्रालय के फैसले का इंतजार है। अगर मंत्रालय सीबीटी की सिफारिश को मंजूरी देता है, तो ईपीएफओ ग्राहकों को जल्द ही अपने बढ़े हुए ब्याज का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

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