
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा
देहरादून: आज 24 फरवरी 2024 को, उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले, प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सुशीला खत्री के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डोईवाला में सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और डोईवाला तहसील पहुंचकर माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के लिए उपजिलाधिकारी महोदय जी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर 26/2/2024 के विधानसभा सत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, या समस्याओं के लिए निर्णय न लिया गया तो ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लगाकर ,सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।
संघ की मुख्य मांगे:
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जब तक राज्य कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता तो उनका काम के बदले उचित दाम दिया जाए।
- उनका मानदेय प्रतिदिन की न्यूनतम मजदूरी रुपए 600 के हिसाब से 18000 रुपए प्रति माह दिया जाए।
- मिनी आंगनबाड़ी केदो के उच्चारण की स्वीकृति भारत सरकार द्वारा दी जा चुकी है लेकिन राज्य सरकार ने अपने स्तर पर इसमें अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की, उच्चीकरण प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं के लिए भविष्य निधि की सुविधा प्रदान की जाए।
- सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़कर 62 वर्ष करने की जाए।
- सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का लाभ दिया जाए।
- माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार ग्रेविटी का लाभ दिया जाए।
- कुक्ड फूड योजना के अंतर्गत आठ रूपए की वर्तमान भोजन दर अपर्याप्त है और बच्चों में कुपोषण बढ़ रहा है। जीवन यापन की वर्तमान लागत को ध्यान में रखते हुए भोजन दर को संशोधित कर सामान्य बच्चों के लिए ₹16 और कुपोषित बच्चों के लिए ₹24 किए जाने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष सुनीता राणा, सिमरन पवार, रेखा रावत, मनीष कश्यप, भागीरथी भट्ट, पिंकी भट्ट, पूजा बिष्ट, गीता खत्री, कनुप्रिया, रजनी रावत, मंजू कंबोज, अनीता पांचाल, मंजू शिल्सवाल, आदि शामिल रहे।