भाजपा ने उत्तर प्रदेश में आठ राज्यसभा सीटें जीतीं, समाजवादी पार्टी ने 2 सीटें जीतीं। इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों को मताधिकारित करने के लिए पूरी मजबूती से काम किया गया था। इससे पहले भाजपा के प्रत्याशी प्रत्याशी पति दिग्विजय सिंह, हरदोई सांसद एकता सिंह, विधायक चौधरी सुधीर सिंह, पूनम सिन्हा, द्रविद गुलेरिया, आरएस भरद्वाज, अभय सिंह, संजय सेठ ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी जमा की थी।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने भी राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी जमा की थी। जिनमें समाजवादी पार्टी के अजय कुमार लुटेरिया और विजयपाल सिंह की शामिल थी।
इस चुनाव में बीजेपी ने अपनी जीत को बड़ी जीत के रूप में माना है और इसे पार्टी के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के लिए यह चुनाव एक छलांग हो सकता है और पार्टी को नये उत्तर प्रदेश में मजबूती की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है।
इस चुनाव के परिणाम का परिणाम उत्तर प्रदेश की सियासी परिस्थिति पर भी प्रभाव डालेगा। इससे पहले भाजपा ने प्रदेश में आयोजित लोकसभा चुनावों में भी भाजपा ने भाजपा को बड़ी जीत हासिल की थी। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी।