क्रिप्टोजेनिक सिरोसिस आपके लिवर (जिसे यकृत भी कहते हैं) से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इसमें लिवर के ऊतकों में धीरे-धीरे नुकसान होता है, जिससे लिवर अपना काम ठीक से नहीं कर पाता।

कारण क्यों अज्ञात?
इस बीमारी का असल कारण डॉक्टरों को भी ठीक से पता नहीं चलता, इसलिए इसे “क्रिप्टोजेनिक” यानी “अज्ञात कारणों से होने वाला” कहते हैं। हालांकि, माना जाता है कि इसमें “गैर-मादक वसायुक्त यकृत रोग” (NASH) नाम की बीमारी की अहम भूमिका होती है। NASH में लिवर में बहुत ज्यादा चर्बी जम जाती है, जो लिवर को नुकसान पहुंचाती है।
इस बीमारी के लक्षण क्या हैं?
शुरुआत में अक्सर कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, ये दिक्कतें हो सकती हैं:
- हमेशा थका हुआ महसूस करना
- कमजोरी
- भूख कम लगना
- वजन कम होना
- पेट में पानी जमा होना (जिसे जलोदर कहते हैं)
- पैरों में सूजन
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (जिसे कामला कहते हैं)
- भ्रम या सोचने-समझने में परेशानी
डॉक्टर कैसे पता लगाते हैं?
डॉक्टर कई जांचों से इस बीमारी का पता लगा सकते हैं, जैसे खून की जांच, लिवर फंक्शन टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, या कभी-कभी लिवर का छोटा टुकड़ा लेकर जांच करना (जिसे बायोप्सी कहते हैं)।
इलाज कैसे होता है?
चूंकि कारण पता नहीं, इसलिए कोई एक दवा या इलाज नहीं है। डॉक्टरों का लक्ष्य होता है कि लिवर को ज्यादा नुकसान न पहुंचे, लक्षण कम हों और आगे कोई गंभीर दिक्कत न हो। इसमें ये चीज़ें शामिल हो सकती हैं:
- शराब का सेवन कम करना या बंद करना
- हेल्दी खाना खाने की आदत डालना
- कुछ दवाइयां लेना
- बहुत गंभीर मामलों में ही, लिवर प्रत्यारोपण
याद रखें: यह लेख सिर्फ जानकारी देने के लिए है और डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको कोई भी लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।