मणिपुर में हालात एक बार फिर बिगड़ गए हैं। राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अपहरण के बाद सेना को बुला लिया गया है, जिससे राज्य में तनाव और बढ़ गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, [जिले का नाम] जिले के पुलिस अधीक्षक [पुलिस अधीक्षक का नाम] को अज्ञात हथियारबंद लोगों के एक समूह द्वारा उनके आवास से अगवा कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं की पहचान या उनकी मांगों का अभी पता नहीं चल पाया है।
इस घटना के बाद पूरे राज्य में अफवाहें फैल गई हैं और लोगों में काफी गुस्सा है। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इंटरनेट सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है।
सेना की तैनाती:
राज्य सरकार ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने और अपहृत पुलिस अधिकारी को सकुशल बरामद करने के लिए सेना की मदद ली है। सेना के जवान संदिग्ध ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रहे हैं और राज्य में गश्त लगा रहे हैं।
तनाव बढ़ा:
यह घटना पहले से ही तनावपूर्ण माहौल में हुई है। पिछले कुछ महीनों में, राज्य विभिन्न जातीय समूहों के बीच हिंसा का सामना कर रहा है। इस ताजा घटना से माहौल और बिगड़ने की आशंका है।
सरकार से कार्रवाई की मांग:
राज्य के विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से अपहृत पुलिस अधिकारी को तुरंत रिहा करने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। लोगों ने शांति बहाल करने और राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार से कड़े कदम उठाने की भी मांग की है।
आगे क्या होगा?
यह देखना बाकी है कि अपहृत पुलिस अधिकारी को सुरक्षित रिहा किया जाएगा या नहीं और राज्य में शांति बहाल होगी या नहीं। इस घटना के आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति और सुरक्षा स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है।