भारतीय नौसेना के एक सफल अभियान के बाद सोमालिया के 35 समुद्री लुटेरों को मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है। यह कार्रवाई जहाजों को समुद्री लुटेरों से बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा थी।

नौसेना के मुताबिक, करीब दो दिन तक चले अभियान में सबसे पहले भारतीय जहाज एमवी रुएन को समुद्री लुटेरों के चंगुल से छुड़ाया गया। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए नौसेना ने 35 समुद्री लुटेरों को हिरासत में ले लिया। गौरतलब है कि इस पूरे अभियान में कोई हताहत नहीं हुई।
बाद में इन 35 लुटेरों को मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में लाकर मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने इन लुटेरों को मेडिकल जांच के लिए जेजे अस्पताल ले जाने से पहले उनकी पहचान के लिए सीने पर नंबर अंकित किए।
इन लुटेरों पर समुद्री लुटेरों के खिलाफ कानून (Maritime Anti Piracy Act), शस्त्र अधिनियम (Arms Act) और भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
भारतीय नौसेना का यह अभियान हिन्द महासागर क्षेत्र में व्यापार जहाजों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। यह कार्रवाई जहाँ जहाजों को समुद्री लुटेरों से बचाने में कामयाब रही है, वहीं इससे अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के भारत के संकल्प को भी बल मिलता है।

