भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) हथियार प्रणाली के विकासात्मक परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
MPATGM प्रणाली में स्वयं मिसाइल, एक लॉन्चर, एक लक्ष्यीकरण प्रणाली और एक अग्नि नियंत्रण इकाई शामिल है। इस प्रणाली को विभिन्न परिस्थितियों में इसकी प्रभावशीलता साबित करने के लिए कई परीक्षणों से गुजारा गया। ये परीक्षण भारतीय सेना द्वारा निर्धारित आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। हाल के परीक्षणों में मिसाइल के वारहेड प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया गया था, जिसके परिणाम आधुनिक टैंकों के खिलाफ “उल्लेखनीय” रहे।
यह उपलब्धि भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। MPATGM सैनिकों को दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए एक प्रभावी हथियार प्रदान करेगा। यह युद्ध के मैदान पर जवानों की रक्षा क्षमता को बढ़ाएगा।