उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ विधानसभा उपचुनावों की तैयारी में भाग लेते हुए, भाजपा ने अपने विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर तीखी टिप्पणियां की हैं, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के आरोपों का मजाक उड़ाया है।

भट्ट ने इस मौके पर कहा कि ईवीएम की सुरक्षा के मामले में कांग्रेस के आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था है और किसी को भी इसकी प्रक्रिया पर आरोप लगाने का नैतिक हक नहीं है।” उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह सभी तथ्यों से परे और बेबुनियाद हैं।
उन्होंने कहा कि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस के आरोप निराधार हैं और इससे साफ है कि कांग्रेस चुनाव हारने की तैयारी में है। उन्होंने भी कांग्रेस को यह सलाह दी कि उन्हें अपनी पार्टी में शेष रहे गिने चुने लोगों को वहां बनाए रखने की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि पंचायत और निकाय चुनाव में उनके नेता कार्यकर्ता फिर कांग्रेस को छोड़ने वाले हैं।
इसके अलावा, उन्होंने भाजपा के अंदरूनी गतिविधियों पर भी कांग्रेस को तंज किया और कहा कि उन्हें ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेसी आरोपों को लोकसभा चुनाव में दिखाई दे रही निश्चित हार के प्रति हताशा बताया गया है।
उन्होंने इस मौके पर भी सुझाव दिया कि ईवीएम स्ट्रांग रूम में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को तैनात किया जाए और उनकी गतिविधियों को 24 घंटे CCTV कैमरा से निगरानी की जाए। इससे भाजपा ने कांग्रेस को उसके खींचाव की खुली चेतावनी दी है।
इसके साथ ही, उन्होंने कांग्रेस की विपक्षी रणनीति की भी आलोचना की और कहा कि वे जानते हैं कि जनता उन पर विश्वास नहीं करती है, इसलिए उन्होंने निर्वाचन प्रक्रिया पर अविश्वास जताकर अपनी खीज उतारी है।
उत्तराखंड में चुनावी माहौल गरम हो चुका है और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की लड़ाई तेज हो गई है। अब देखना है कि किस पक्ष की रणनीति और कार्यक्षमता जनता को प्रभावित करती है और कौन उत्तराखंड की जनता का विश्वास जीतने में सफल होता है।