उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हाल ही में सचिवालय में एक बैठक की आयोजन की, जिसमें विभिन्न जल संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बैठक में उन्होंने जलश्रोतों, सहायक नदियों, धाराओं के पुनर्जीविकरण के लिए हॉलिस्टिक और इंटीग्रेटेड दिशानिर्देशों को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया।

उन्होंने राज्य में जल संरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए। सूख रहे जलश्रोतों के चिह्नीकरण और एक्शन प्लान के लिए कार्य करने के लिए भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया।
उन्होंने जिलों से एक्शन प्लान प्राप्त न होने पर अपनी नाराजगी भी जताई। इसके अलावा, उन्होंने जिलाधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया है ताकि वे एक्शन प्लान को लेकर काम कर सकें।
इस बैठक में जिलों में जलागम नोडल अधिकारी की तत्काल तैनाती के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि जल संरक्षण के सभी पहलुओं को विभागीय स्तर पर सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा सके।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य के जल संरक्षण एवं पुनर्जीवन के क्षेत्र में एक संगठित एवं प्रभावी कार्य योजना को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, जल संरक्षण के महत्व को जागरूक करने और जल संबंधित प्रक्रियाओं को और भी प्रभावी बनाने के लिए नवाचारिक उपायों की तलाश की जा रही है।