देहरादून: उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र सिंह रावत पर भाजपा ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मुकदमा कायम करवाने की मांग की है। इस मामले में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए इसे “प्रेस का गला घोटने” का प्रयास और “सत्ता का अहंकार” करार देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप कर मुकद्दमा वापस लेने की मांग की है।

धस्माना ने अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री केदारनाथ मंदिर में सोना चोरी होने का मामला जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में गर्भगृह में सोने की चादरें लगाए जाने उसकी कीमत और वजन का बखान और प्रचार मंदिर समिति द्वारा स्वयं किया गया था। इसके बाद कुछ दिनों बाद सोने का पीतल में बदल जाना और फिर उसका चुपचाप पॉलिश करवाना यह सब लोग जानते हैं, किंतु इस मामले में किसी प्रकार की उच्च स्तरीय जांच राज्य सरकार द्वारा नहीं करवाई और मंदिर समिति अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध रही।
धस्माना ने कहा कि मंदिर समिति के छह सदस्यों ने स्वयं मुख्य मंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को मंदिर की अवस्थाओं के बारे में ज्ञापन दिया था और अध्यक्ष को पद से हटाने को मांग की थी। उन्होंने कहा कि अगर गजेंद्र सिंह रावत का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न करने का प्रयास किया तो कांग्रेस इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।