हरिद्वार: उत्तराखंड की श्यामपुर कांगड़ी गांव से निकलकर देश का नाम रोशन कर रही मनीषा चौहान ने भारतीय महिला हॉकी टीम में अपनी जगह बना ली है। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने अब एफआईएच प्रो लीग खेलने के लिए बेल्जियम और इंग्लैंड की ओर रवाना होने का निश्चित किया है।
मनीषा के पिता ज्ञान सिंह ने बताया कि उनकी बेटी का चयन होने से परिवार में खुशी का माहौल है। ज्ञान सिंह स्वयं भी हाल ही में बीएसएफ से सेवानिवृत हुए हैं। मनीषा की हॉकी करियर की शुरुआत श्री राम विद्या मंदिर के फिजिकल टीचर और हॉकी कोच बलविंदर सिंह ने की थी।
बलविंदर सिंह ने कहा, “मनीषा के अंदर डिसिप्लिन और दृढ़ इच्छा शक्ति है। मुझे विश्वास था कि एक दिन वह इंडियन टीम में सिलेक्शन होगी।”
मनीषा के माता-पिता भी उनकी इस उपलब्धि पर गर्वित हैं। उन्होंने कहा, “हमें विश्वास है कि हमारी बेटी देश के लिए मेडल लाएगी।”
इंडियन विमेन्स हॉकी टीम में मनीषा का चयन मिडफील्डर के रूप में किया गया है। यहां बता दें कि भारतीय हॉकी टीम में हैट्रिक गर्ल के नाम से मशहूर वंदना कटारिया भी हरिद्वार के रोशनाबाद गांव की रहने वाली हैं।