अमेरिका, फिलीपीन और ऑस्ट्रेलियाई सेनाओं ने हालिया सैन्य अभ्यास के दौरान एक निष्क्रिय जहाज पर कृत्रिम हमला किया। इस अभ्यास में ऑस्ट्रेलियाई निगरानी विमान ने भी सहयोग दिया।
अभ्यास का उद्देश्य: यह अभ्यास विभिन्न देशों की सेनाओं के बीच तालमेल और समन्वय को मजबूत बनाने के लिए कराया गया था। साथ ही, यह दिखाता है कि ये सेनाएँ किसी भी समुद्री खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।
अभ्यास का स्वरूप: अभ्यास में, अमेरिकी और फिलीपीन सेनाओं ने निष्क्रिय जहाज को निशाना बनाकर उच्च-परिशुद्धता वाले रॉकेट, तोपखाना और हवाई हमले किए। ऑस्ट्रेलियाई निगरानी विमान ने युद्धक्षेत्र की निगरानी और लक्ष्य को सटीकता से भेदने में मदद की।
प्रतिक्रिया: फिलीपीन के अधिकारियों का कहना है कि यह अभ्यास किसी विशेष देश के खिलाफ नहीं है। हालांकि, चीन ने इस अभ्यास की आलोचना की है और इसे दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाला कदम बताया है। गौरतलब है कि चीन दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है, जबकि फिलीपीन सहित अन्य देश भी इस दावे को चुनौती देते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय संबंध: यह अभ्यास इस बात का संकेत है कि अमेरिका, फिलीपीन और ऑस्ट्रेलिया दक्षिण चीन सागर में मुक्त एवं खुले समुद्री मार्ग बनाए रखने के लिए सहयोग कर रहे हैं। यह क्षेत्र व्यापार और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।