यूक्रेन पर रूसी हमले के मद्देनजर जमे हुए रूसी संपत्तियों के इस्तेमाल को लेकर यूरोपीय संघ (EU) के रुख को G7 देशों से समर्थन मिलने की उम्मीद है।

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन ने हाल ही में इस बात की वकालत की है कि जमी हुई रूसी संपत्तियों, खासकर रूसी केंद्रीय बैंक की संपत्तियों, से प्राप्त मुनाफे का इस्तेमाल यूक्रेन के सैन्य बलों को मजबूत बनाने में किया जाए।
जानकारी के लिए, यूरोपीय संघ और G7 देशों ने अब तक रूस के लगभग 300 बिलियन यूरो (लगभग 324 बिलियन अमेरिकी डॉलर) मूल्य की संपत्तियों को जमा कर लिया है। जमा करने का मतलब है कि संपत्ति को अस्थायी रूप से रोका गया है, न कि पूर्ण रूप से जब्त किया गया है।
हालाँकि, कानूनी और आर्थिक जटिलताओं के कारण जमी हुई संपत्तियों के इस्तेमाल पर अभी तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है। यूरोपीय संघ के इस प्रस्ताव को लेकर भी कुछ सवाल उठाए जा रहे हैं।
यही वजह है कि आगामी G7 बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है। उम्मीद की जा रही है कि G7 देश यूक्रेन के लिए रूस के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए जमी हुई संपत्तियों के इस्तेमाल के यूरोपीय संघ के प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।
एकजुट रुख रूस पर दबाव बढ़ाने और यूक्रेन को सहायता प्रदान करने में अहम भूमिका निभा सकता है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला आने में अभी भी कुछ समय लग सकता है।