वाराणसी/चंडीगढ़: साथियों, लोकतंत्र का महापर्व अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। शनिवार को सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की 57 सीटों पर मतदान होगा। यह वह समय है जब मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर देश की दिशा और दशा तय करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने की कोशिश में हैं, यह उनकी राजनीतिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
पंजाब की सभी 13 सीटों, हिमाचल प्रदेश की चार सीटों, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार की आठ, ओडिशा की छह और झारखंड की तीन सीटों पर मतदान होगा। इसके साथ ही, ओडिशा की 42 विधानसभा सीटों और हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों के उपचुनाव भी होंगे। यह एक ऐसा अवसर है, जब जनता अपने जनप्रतिनिधियों को चुनने के लिए बाहर निकलेगी।
इस अंतिम चरण में 904 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और अभिनेत्री कंगना रनौत प्रमुख नाम हैं। इस चरण में 10.06 करोड़ से अधिक नागरिक मतदान करने के पात्र हैं, जिनमें लगभग 5.24 करोड़ पुरुष, 4.82 करोड़ महिलाएं और 3,574 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं।
भाइयों और बहनों, शनिवार का मतदान उस लंबी चुनावी प्रक्रिया का समापन करेगा, जो 19 अप्रैल से शुरू हुई थी। इस दौरान 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 486 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं के चुनाव भी हुए थे। अब इंतजार है 4 जून का, जब मतगणना होगी और जनता के फैसले का परिणाम सामने आएगा।
चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार, टीवी चैनल और समाचार आउटलेट 1 जून को शाम 6.30 बजे के बाद एग्जिट पोल डेटा और इसके परिणाम प्रसारित कर सकेंगे। पोलिंग पार्टियों को मशीनों और चुनाव सामग्रियों के साथ उनके मतदान केंद्रों पर भेजा गया है। मतदान केंद्रों पर पर्याप्त छाया, पीने का पानी, रैंप और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
साथियों, चुनाव आयोग ने आप सभी से बड़ी संख्या में मतदान करने और जिम्मेदारी और गर्व के साथ वोट देने का आग्रह किया है। पहले छह चरणों में मतदान प्रतिशत क्रमशः 66.14, 66.71, 65.68, 69.16, 62.2 और 63.36 रहा है।
गुरुवार शाम को समाप्त हुई प्रचार अभियान में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर भ्रष्टाचार, हिंदू विरोधी और वंशवादी राजनीति में संलग्न होने का आरोप लगाया। वहीं, विपक्षी दलों ने भाजपा पर किसान विरोधी और संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया है।
गुरुवार शाम को, प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी के लिए रवाना हुए जहां वे 1 जून तक स्वामी विवेकानंद से जुड़े स्थल पर ध्यान करेंगे। चुनाव आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से मोदी ने 206 सार्वजनिक संपर्क कार्यक्रम किए।
उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के गठबंधन के बीच सीधी टक्कर है। वाराणसी में मोदी के खिलाफ कांग्रेस के अजय राय, बसपा के अतर जमाल लारी, युग तुलसी पार्टी के कोलिसेट्टी शिव कुमार, अपना दल (कमेरेवादी) के गगन प्रकाश यादव, और निर्दलीय दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी चुनाव लड़ रहे हैं।
दक्षिण बंगाल में टीएमसी का गढ़ और सत्ता का संघर्ष अपने चरम पर है। यहां टीएमसी के दिग्गज अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ सीपीआई (एम) के प्रतीकुर रहमान और भाजपा के अभिजीत दास मैदान में हैं।
पंजाब में प्रमुख उम्मीदवारों में परनीत कौर, चरणजीत सिंह चन्नी, हरसिमरत कौर बादल और रवनीत सिंह बिट्टू शामिल हैं। यहां भाजपा और शिरोमणि अकाली दल पहली बार अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में विक्रमादित्य सिंह और अनुराग ठाकुर जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। बिहार में भी चुनावी सरगर्मियां चरम पर हैं, जहां प्रमुख उम्मीदवारों में रविशंकर प्रसाद और मीसा भारती शामिल हैं।
साथियों, यह वह समय है जब आप अपने मताधिकार का सही उपयोग कर सकते हैं। अपने विचारों और आदर्शों के आधार पर अपने प्रतिनिधि चुनें और देश के भविष्य को संवारें। आइए, मिलकर एक मजबूत लोकतंत्र की नींव रखें।