नई दिल्ली, 15 जून 2024 गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुन्दर पिचाई को आज न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में $600 मिलियन (₹45,000 करोड़) के कथित फ्रॉड मामले में पेश होना पड़ा। यह मामला ऑनलाइन मीडिया कंपनी ओजी मीडिया से जुड़ा हुआ है, जिसके सह-संस्थापक कार्लोस वाटसन पर निवेशकों को धोखा देने का आरोप है।
अभियोजन पक्ष का दावा है कि वाटसन ने निवेशकों को यह झूठा आश्वासन दिया था कि गूगल ने ओजी मीडिया को खरीदने की पेशकश की थी, वो भी कई सौ मिलियन डॉलर में। इस झूठे दावे के सहारे वाटसन कथित रूप से अन्य निवेशकों को अपनी कंपनी में पैसा लगाने के लिए राजी करने में कामयाब रहे।
पिचाई ने अदालत में गवाही देते हुए इस बात से इनकार किया कि गूगल ने कभी भी ओजी मीडिया को खरीदने की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया कि गूगल ने वाटसन को कंपनी के समाचार विभाग का प्रमुख बनाने पर विचार किया था, लेकिन किसी भी तरह के अधिग्रहण की बात नहीं हुई।
पिचाई की गवाही ओजी मीडिया मामले में अहम मानी जा रही है। अगर वाटसन के झूठ साबित हो जाते हैं तो उन्हें धोखाधड़ी का दोषी माना जा सकता है। वहीं, इस मामले का गूगल पर सीधे तौर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने की उम्मीद है।
यह गौर करने वाली बात है कि ओजी मीडिया अब बंद हो चुकी है। 2021 में सामने आए एक घोटाले के बाद कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ और उसे अपना कामकाज समेटना पड़ा था। उस घोटाले में ओजी मीडिया के COO समीर राव ने खुद को यूट्यूब के एक कार्यकारी के रूप में पेश कर गोल्डमैन सैक्स के साथ फोन पर बात की थी। इस घटना के बाद निवेशकों का भरोसा टूट गया था।