उत्तरकाशी: मोरी क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 24 जुलाई को लापता हुए गिरवीर सिंह की हत्या का आरोप नेपाली मूल के दो व्यक्तियों वीर बहादुर और प्रेम बहादुर पर लगा है। दोनों को 30 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या था मामला:
26 जुलाई को गिरवीर सिंह की पत्नी प्यारी देवी ने थाना मोरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति 24 जुलाई को अपने खेतों की देखभाल के लिए पोल्हाडी गए थे, जहां सुधीर चड्ढा एंड कंपनी के कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट कर हत्या कर दी और शव को केदार गंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कीं। पुलिस उपाधीक्षक श्री प्रशांत कुमार के निकट पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष पुरोला और बड़कोट की टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की और हत्या का खुलासा किया।
आरोपियों का कबूलनामा:
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतक गिरवीर सिंह उनके डेरे में गलत नियत से घुस आया था, जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा हुआ। मारपीट के दौरान गिरवीर भागने लगा, जिसे आरोपियों ने पकड़कर लकड़ी से मारा और शव को नदी में फेंक दिया।
साक्ष्य:
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के कपड़े भी बरामद किए हैं।
पुरस्कार:
पुलिस अधीक्षक ने हत्या का खुलासा करने वाली टीम को 5000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया।
अगली कार्रवाई:
अभियुक्तों के खिलाफ धारा 238 बीएनएस और 23 बीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच कर रही है।
पुलिस टीम:
इस मामले में SO मोहन कठैत, SO दीपक कठैत, ASI भगतराम नौटियाल, ASI अजीत सिंह, हे0कानि0 अब्बल सिंह, कानि0 अनिल तोमर, कानि0 आदित्य पंवार, कानि0 मनवीर राणा और SOG की टीम शामिल थी।