रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा पर गए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन ने युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए सेना को भी तैनात किया गया है।
जनपद रुद्रप्रयाग में तैनात 6 ग्रेनेडियर यूनिट के कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व में सेना के जवान बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करने, नए पुल बनाने और लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। प्रशासन की प्राथमिकता सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच क्षतिग्रस्त मार्ग पर पैदल पुल बनाना है ताकि यात्रियों का आवागमन सुचारू रूप से हो सके।
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार और पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे लगातार मौके पर निरीक्षण कर रहे हैं और राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- सेना की मदद: बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में सेना की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- सड़क निर्माण: सेना क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करने और नए पुल बनाने का काम कर रही है।
- पैदल पुल: सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पैदल पुल बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
- प्रशासन की निगरानी: जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक लगातार राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं।
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