देहरादून, 10 सितंबर, 2024: उत्तराखंड के पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात, श्री अरुण मोहन जोशी ने आज दोपहर डून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (DICCC) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने DICCC की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की और यातायात व्यवस्था से जुड़े विभिन्न उपकरणों का परीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया:
- ट्रैफिक सिग्नल: सभी खराब ट्रैफिक सिग्नलों को दो सप्ताह के भीतर ठीक करने के निर्देश दिए गए। यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर मरम्मत नहीं की जाती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- RLVD कैमरे: RLVD कैमरों द्वारा जारी किए जाने वाले चालानों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक चौराहे पर वर्चुअल लाइन निर्धारित करने के निर्देश दिए गए।
- SVDS कैमरे: SVDS कैमरों की स्थापना वाले स्थानों पर बड़े-बड़े सूचना बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि लोग कैमरों की उपस्थिति के बारे में जागरूक रहें।
- चालान प्रक्रिया: जिन चालानों में मोबाइल नंबर प्रदर्शित नहीं हो रहा है, उनके संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी।
- ECB (Emergency Call Box): ECB की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
- प्रवर्तन और मॉनिटरिंग: प्रवर्तन की कार्यवाही में अधिक जनशक्ति का उपयोग किया जाएगा।
DICCC की भूमिका:
DICCC, देहरादून में यातायात व्यवस्था की निगरानी और नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह केंद्र यातायात संबंधी विभिन्न उपकरणों जैसे RLVD कैमरे, SVDS कैमरे और ECB के माध्यम से डेटा एकत्र करता है और इसका विश्लेषण करता है। इस जानकारी का उपयोग यातायात के प्रवाह को सुचारू बनाने और यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए किया जाता है।
निरीक्षण का उद्देश्य:
इस निरीक्षण का उद्देश्य DICCC की कार्यप्रणाली का आकलन करना और यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाना था। निदेशक यातायात द्वारा दिए गए निर्देशों से उम्मीद है कि देहरादून में यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।