
हल्द्वानी दुग्ध संघ अध्यक्ष पर यौन शोषण के आरोप में शिकंजा कसा
हल्द्वानी: दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर लगे यौन शोषण और नाबालिग से छेड़छाड़ के गंभीर आरोपों में पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पॉक्सो कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद से पुलिस बोरा की तलाश में जुटी हुई है।
संपत्ति कुर्क करने की तैयारी: पुलिस ने बोरा की धरपकड़ के लिए कई टीमें गठित की हैं और उसके करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अगर बोरा जल्द ही सरेंडर नहीं करता है तो उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। इस संबंध में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने धारा 82 के तहत नोटिस चस्पा कर मुनादी कराई है।

क्या है मामला:
- एक सितंबर को एक महिला ने लालकुआं थाने में दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
- महिला ने आरोप लगाया था कि बोरा ने नौकरी देने के बहाने उसका तीन साल तक यौन शोषण किया और उसकी 12 साल की बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की।
- पुलिस ने बोरा के खिलाफ धारा 376 (दुष्कर्म) और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
- बोरा के चालक कमल बेलवाल पर भी धमकी देने का आरोप लगा है।
पुलिस अधिकारी का बयान:
पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी ने बताया कि बोरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद बोरा की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला स्थानीय स्तर पर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों में आक्रोश है। लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और पुलिस से जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने की अपील कर रहे हैं।
दुग्ध संघ में भी बड़े-बड़े घोटाले केके लगे हैं आप
नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लालकुआं साढ़े पांच सालों से चर्चाओं में है। इस दौरान दुग्ध संघ में जमकर घोटाले सामने आए। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की जांच में पश्मीना रजाई, कंबल घोटाला, अधोमानक और मिलावटी दूध की शिकायतें सही पाई गईं थीं।
दुष्कर्म मामले के आरोपी भाजपा नेता मुकेश बोरा साढ़े पांच साल से नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ में अध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। साथ ही वह दो साल से यूसीडीएफ के प्रशासक पद पर कार्यरत थे। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लालकुआं के पूर्व जीएम निर्भय नारायण सिंह के खिलाफ जनवरी 2024 में शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू हुई थी। उन पर दुग्ध संघ में टेंडर वितरण, सूचना प्रकाशन, कंबल खरीद और कमेटी के दक्षिण भारत भ्रमण के दौरान दुग्ध संघ की कमाई के लाखों रुपये अनावश्यक तौर पर खर्च करके लाखों का घोटाला करने का आरोप था।