रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम जाने वाले प्रमुख पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी के पास भू-धंसाव के कारण मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस घटना के कारण हजारों तीर्थयात्री केदारनाथ धाम से वापस लौटने के दौरान फंस गए हैं।
प्रशासन ने इस आपदा के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए एक वैकल्पिक मार्ग विकसित किया है। यह मार्ग मुख्य मार्ग से लगभग 100 मीटर दूर जंगल के बीच से होकर गुजरता है। सुरक्षा बलों की सहायता से इस मार्ग को यात्रा योग्य बनाया गया है और फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रूप से गौरीकुण्ड पहुंचाया जा रहा है।
5000 से अधिक तीर्थयात्री सुरक्षित पहुंचे
आज सुबह से ही सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया है। अब तक लगभग 5000 तीर्थयात्री इस वैकल्पिक मार्ग से सुरक्षित गौरीकुण्ड पहुंच चुके हैं। शेष बचे हुए तीर्थयात्रियों को भी जल्द ही सुरक्षित निकाला जा रहा है।
मार्ग निर्माण का कार्य जारी
पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे हैं ताकि क्षतिग्रस्त मार्ग को जल्द से जल्द यात्रा योग्य बनाया जा सके। भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र में मैनुअल कटिंग और सपोर्टिंग दीवार का निर्माण किया जा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो।
यात्रा पर रोक
इस घटना के मद्देनजर आज सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड से किसी भी तीर्थयात्री को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी गई है। मार्ग को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के बाद ही यात्रा शुरू की जाएगी।
आगामी निर्णय
मार्ग की स्थिति का जायजा लेने के बाद कल सुबह एक बैठक आयोजित की जाएगी और आगे की कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जाएगा। इस संबंध में सभी को अलग से सूचित किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन अलर्ट
स्थानीय प्रशासन ने सभी तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।