देहरादून, 30 सितंबर: बुनियादी चिकित्सा विज्ञान में अनुसंधान पर नैदानिक वैज्ञानिकों के सम्मेलन (सीसीएसआरबीएमएस) का 5वां संस्करण 28 सितंबर को देहरादून में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में देश भर के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में नवीनतम नैदानिक प्रगति पर चर्चा की।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ता महत्व: इस वर्ष के सम्मेलन का मुख्य विषय “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और हेल्थकेयर सिस्टम में वर्तमान डायग्नोस्टिक एडवांसमेंट्स” रहा। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी परिवर्तनों पर प्रकाश डाला।
प्रमुख बिंदु:
- विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ: देश भर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के शिक्षाविदों ने इस सम्मेलन में भाग लिया और अपने शोध निष्कर्षों को साझा किया।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से शोध प्रकाशनों, नैदानिक जैव रसायन और हृदय संबंधी मापदंडों के विश्लेषण में नए आयाम खुल रहे हैं।
- युवा शोधकर्ताओं को मंच: सम्मेलन में युवा शोधकर्ताओं को अपने शोध प्रस्तुत करने का अवसर मिला।
- भविष्य की दिशा: सम्मेलन में चिकित्सा विज्ञान के भविष्य के लिए अधिक समावेशी भागीदारी पर जोर दिया गया।
विजेता: सुश्री मेघलाथा. टीएस को डीएनए प्रोटीन क्रॉसलिंक और डीएनए क्षति बेज़ (ए) पाइरीन प्रेरित स्तन कैंसर परविथाफेरिन-ए और प्रोपोलिस की प्रभावकारिता का आकलन शीर्षक से अपने शोध लेख के लिए विजेता घोषित किया गया।
अगले कदम: एसोसिएशन ने अगले वर्ष एक नए स्थान पर फिर से सम्मेलन आयोजित करने का वादा किया है।