देहरादून, 27 अक्टूबर: भारत के प्रथम लेखक गांव में आज एक ऐतिहासिक साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पद्म श्री डॉ. बी.के. एस. संजय और डॉ. गौरव संजय द्वारा लिखित पुस्तक “फ्रॉम द पेन ऑफ सर्जनस” का विमोचन हुआ। इस पुस्तक का लोकार्पण केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल “निशंक” और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने किया।
कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के निदेशक चिदानंद सरस्वती, उत्तराखंड विधान सभा की अध्यक्ष ऋतु खन्डूरी, संकल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष संतोष तनेजा, टेगौर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सन्तोष चौबे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य पर केंद्रित
लेखकों ने बताया कि यह पुस्तक भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मानवीय जरूरतों पर केंद्रित है और इनके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास करती है। उनका मानना है कि विचारों में परिवर्तन लाकर ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है और यह पुस्तक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान देगी।
प्रख्यात हस्तियों ने लिखी भूमिका
पुस्तक की भूमिका लाल बहादुर शास्त्री अकादमी, मसूरी के पूर्व निदेशक एवं इतिहासकार आई.ए.एस. डॉ. संजीव चोपड़ा और राज्यसभा के महासचिव पी. सी. मोदी ने लिखी है। यह पुस्तक प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है।
एक नई शुरुआत
इस पुस्तक के लोकार्पण को एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। यह पुस्तक न केवल साहित्य जगत में बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगी।