देहरादून: उत्तराखंड के खेल मंत्री रेखा आर्या ने आज एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि राज्य कैबिनेट ने संशोधित खेल विश्वविद्यालय एक्ट को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से प्रदेश के खिलाड़ियों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
खेल मंत्री ने कहा, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट के सभी सदस्यों का मैं आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने इस महत्वपूर्ण अध्यादेश को मंजूरी दी है। यह अध्यादेश जल्द ही प्रदेश के खिलाड़ियों के हित में मूर्त रूप लेगा।”
उन्होंने आगे बताया कि राज्यपाल ने इस अध्यादेश में कुछ सुझाव दिए थे, जिन्हें शामिल करते हुए इसे संशोधित किया गया है। अब इसे राजभवन भेजा जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही इस पर राज्यपाल की मुहर लग जाएगी।
खेल विश्वविद्यालय क्यों है महत्वपूर्ण?
खेल विश्वविद्यालय उत्तराखंड के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह प्रदेश के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही, यह खेल को एक व्यवसाय के रूप में बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
इस खबर के बाद प्रदेश के खिलाड़ी बेहद उत्साहित हैं। उनका मानना है कि खेल विश्वविद्यालय के बनने से उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा।
आगे का रास्ता
अब सभी की नजरें राजभवन पर टिकी हैं। उम्मीद है कि राज्यपाल जल्द से जल्द इस अध्यादेश पर अपनी मुहर लगा देंगे और उत्तराखंड में खेल विश्वविद्यालय की नींव रखी जाएगी।
यह खबर क्यों है महत्वपूर्ण?
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उत्तराखंड के खेल क्षेत्र के लिए एक नया अध्याय खोलने वाली है। इस विश्वविद्यालय से प्रदेश के खिलाड़ियों को नई ऊर्जा मिलेगी और वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकेंगे।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- यह अध्यादेश राज्य के युवाओं को खेलों के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा।
- यह प्रदेश में खेल पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
- यह विश्वविद्यालय खेल विज्ञान और प्रबंधन के क्षेत्र में शोध और विकास को बढ़ावा देगा।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में खेल विश्वविद्यालय को मंजूरी मिलना प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह एक ऐतिहासिक फैसला है जो प्रदेश के खेल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।