
प्रदेश में इस साल के विधानसभा चुनाव को लेकर निवार्चन आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, राज्य में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अब प्रदेश में मतदाताओं का आंकड़ा 84 लाख के पार हो चुका है। यह जानकारी निवार्चन आयोग ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान साझा की।
आयोग के अनुसार, मतदाता सूची में हुई इस वृद्धि को लेकर कई कदम उठाए गए हैं, जिनमें नए मतदाताओं का नामांकन, बदलाव और नामों की अद्यतन प्रक्रिया शामिल है। यह वृद्धि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आम नागरिकों की अधिक भागीदारी को दर्शाती है, जो आगामी चुनावों में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
निवार्चन आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पिछले कुछ महीनों में मतदाता सूची के नियमित अपडेट के साथ-साथ राज्य में मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, युवा मतदाताओं, महिलाओं और विकलांग जनों का मतदान में सम्मिलित होने का प्रतिशत बढ़ा है। आयोग ने यह भी कहा कि आगामी चुनाव में मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और इस बार मतदाता पहचान पत्रों को और सख्ती से जांचा जाएगा।
इसके अतिरिक्त, आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी चुनावों में मतदाता सुविधा के लिए कई नई पहल की जा रही हैं, जैसे कि ई-मतदाता पहचान पत्र का विकल्प और मतदान केंद्रों तक सरल पहुंच सुनिश्चित करना।
प्रदेश में बढ़ी हुई मतदाताओं की संख्या चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और समावेशी बनाने में मदद करेगी। निवार्चन आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी मतदाता जानकारी को अपडेट करें और चुनावी प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।