
दून पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बच्चे के अपहरण और उसे बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यो को उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया और अपहृत 2 वर्षीय बालक को सकुशल बरामद किया।
यह मामला 2 जनवरी 2025 को तब सामने आया, जब श्रीमती रीना, जो मानसिक रूप से कमजोर हैं, ने कोतवाली कैंट में अपने दो बच्चों के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और घटनास्थल पर जांच की। इस जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी राकेश नामक व्यक्ति ने रीना और उनके बच्चों को 16 दिसंबर 2024 को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले लिया था।
पुलिस ने आगे की छानबीन में पाया कि राकेश और उसके सहयोगी राहुल के अलावा तानिया, प्रियंका और सैन्टी इस अपराध में शामिल थे। आरोपियों ने रीना के 2 वर्षीय बेटे को धामपुर में प्रियंका और सैन्टी को 2 लाख रुपये में बेच दिया था। पुलिस ने सभी आरोपियों की तलाश शुरू की और अंततः उन्हें अमरोहा में गिरफ्तार किया।

पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि राकेश ने अपने दो बच्चों को भी बेच दिया था। इस संबंध में गहनता से पूछताछ जारी है। पुलिस ने आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर 2 वर्षीय अपहृत बच्चे को सरकथल शिवाला से सकुशल बरामद किया।
इस त्वरित कार्रवाई के कारण न केवल बच्चे को सुरक्षित बरामद किया गया, बल्कि एक संगठित गिरोह का भी पर्दाफाश किया गया, जो बच्चों के अपहरण और उन्हें बेचने का गोरखधंधा चला रहा था।
इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून द्वारा 25,000 रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
- राकेश पुत्र रैतु, निवासी ग्राम जाटान, थाना बिजनौर, उम्र 52 वर्ष
- तानिया पुत्री राहुल, निवासी गोहरपुर, मुरादाबाद, उम्र 20 वर्ष
- प्रियंका पुत्री टिक्कम सिंह, निवासी कोडीपुर, धामपुर, बिजनौर, उम्र 22 वर्ष
- सैन्टी पुत्र टिक्कम सिंह, निवासी कोडीपुर, धामपुर, बिजनौर, उम्र 25 वर्ष
वांछित आरोपी:
- राहुल पुत्र सुरेश चन्द, निवासी गोहरपुर, काफियाबाद, मुरादाबाद
पुलिस ने इस मामले में एसएचओ कोतवाली धामपुर, बिजनौर के सहयोग को भी महत्वपूर्ण बताया।