
बाल भिक्षा पर रोक लगाने के लिए देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल का पहल
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा बाल भिक्षा पर रोक लगाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की जा रही है। उनका उद्देश्य बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़कर उन्हें भिक्षा मांगने से बचाना है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उनकी टीम 24 घंटे एक डेडीकेटेड वाहन के साथ पेट्रोलिंग करती है। इस वाहन के माध्यम से वे उन बच्चों को पकड़ते हैं जो चौराहों पर भिक्षा मांग रहे होते हैं। इन बच्चों को एक इंटेंसिव शेल्टर यूनिट में ले जाया जाता है, जहां उन्हें एक्टिवेट बेस लर्निंग से जोड़ा जाता है। यह पहल बच्चों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
बंसल ने आगे बताया कि जब बच्चों का व्यवहार थोड़ा सुधारता है, तो उन्हें कुछ महीनों के भीतर औपचारिक शिक्षा से जोड़ दिया जाता है। इस प्रकार, इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के मार्ग पर लाकर उनके जीवन को सवारना और उन्हें भिक्षा की कुप्रथा से बाहर निकालना है।
इस पहल के माध्यम से जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि बाल भिक्षा को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
बाल भिक्षा की समस्या से निपटने के लिए इस तरह की सक्रियता निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।