किच्छा (उधम सिंह नगर, उत्तराखंड): किच्छा के एक व्यक्ति, भगवान दास वाल्मीकी, जो सांप के जहर को निकालने के अद्भुत तरीके के लिए प्रसिद्ध हैं, ने बताया कि वह इस काम को 10 वर्ष की उम्र से कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे हजारों लोगों को जहरीले सांप के काटने से बचा चुके हैं। उनका तरीका इतना आश्चर्यजनक है कि लोग इसे देखकर चौंक जाते हैं।
भगवान दास वाल्मीकी का कहना है कि जब वह जहर निकालते हैं, तो अगर जहर की एक बूंद भी जमीन पर गिर जाती है, तो वे उसे भी चाट लेते हैं। उनका मानना है कि उन्हें बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त है, जिस कारण उन्हें जहर से कोई नुकसान नहीं होता। उन्होंने यह भी बताया कि यह काम उनके दादाजी और पिताजी ने किया था, और अब वह स्वयं इसे कर रहे हैं। उनके बेटे ने भी अब इस कार्य में प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया है और कुछ लोगों का जहर निकालने में सफल हो चुके हैं।
भगवान दास वाल्मीकी ने बताया कि इस काम को वे अघोरी साधना और पूजा-पाठ के जरिए करते हैं, जो उन्हें इस कठिन कार्य को सही तरीके से करने की शक्ति प्रदान करता है। उनका विश्वास है कि इस प्रकार की साधना से ही उन्हें यह कौशल प्राप्त हुआ है।
भगवान दास वाल्मीकी का यह अद्भुत तरीका और उनका आत्मविश्वास यह साबित करता है कि कठिन कार्यों को भी समर्पण और विश्वास से पूरा किया जा सकता है।