
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से उत्तराखंड कला जगत के लिए और समूचे उत्तराखंड के लिए दुखद ख़बर आयी है , उत्तराखंड के प्रख्यात हास्य कलाकार और भाजपा के नेता रहे घनानंद घन्ना भाई का आज तक़रीबन 12 बजकर 40 मिनट में अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह गए ।उत्तराखण्ड के प्रख्यात हास्याकलाकार घनानंद, घन्ना भाई से विख्यात इन दिनों अशवस्थ चल रहे थे और वे पीछले कुछ दिनों से देहरादून के इन्द्रेश अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे और उनकी तबीयत काफी क्रिटिकल चल रही थी और आज उन्होंने बीमारी से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गए ,उनके निधन की खबर से उनके चाहनेवालों और उत्तराखण्ड संगीत कला जगत समेत समूचे उत्तराखण्ड में उनके जाने से शोक की लहर है । घन्ना भाई उत्ताराखण्ड कला जगत के बहतरीन हास्यकलाकार थे समूचे उत्तराखण्ड में हास्य कला उनका कोई सानी नहीं थी घन्ना भाई हास्याकलाकार तो रहे ही हैं साथ ही भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार में राज्य मंत्री रहे हैं और 2012 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के टिकट पर पौडी गढवाल से चुनाव भी लङ चुके है।
घन्ना भाई का जाना उत्तराखण्ड के कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है , घना भाई की 72 वर्ष की उम्र थी मगर अपने हास्य व्यंगों और अपनी कॉमिक टाइमिंग से आज भी बच्चे से लेकर बूढ़ा उन्हें घन्ना भाई से संबोधित करता था ।
वाक़ई घन्ना भाई के जाने से उत्तराखण्ड कला जगत को बड़ा झटका लगा है और उनकी पूर्ति करना असंभव है ।
महंत इंद्रेश अस्पताल में थे भर्ती कार्डियक अरेस्ट बनी मौत की वजह
4 दिनों से वेंटिलेटर पर थे घन्ना भाई
महंत इंद्रेश अस्पताल प्रबंधन ने की पुष्टि
उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार हास्य कलाकार घन्ना भाई (घनानंद) अब हमारे बीच नहीं रहें।
उत्तराखंड रंगमंच के मझे हुए कलाकार थे घन्ना भाई,
घनानंद का जन्म 1953 में पौड़ी के गगोड़ गांव में हुआ,
उनकी शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल से हुई।
घन्ना भाई ने हास्य कलाकार के रूप में अपने सफर की शुरुआत 1970 में रामलीलाओं में नाटकों से किया।
1974 में घनानंद ने रेडियो और बाद में दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम भी दिए।