देहरादून: विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के हालिया बयान पर कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बुटोला ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल का बयान पहाड़ी मूल के लोगों की अस्मिता को ललकारने का काम करता है और इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।
बुटोला ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह मामला भाजपा और कांग्रेस के बीच का नहीं, बल्कि पहाड़ी मूल के लोगों के स्वाभिमान का है। “हमें यह समझना चाहिए कि इस राज्य को किस अवधारणा के तहत बनाया गया है। पहाड़ी मूल की अवधारणा के साथ बने इस राज्य में प्रशासन और शासन को दूरगामी क्षेत्रों तक पहुंचाना आवश्यक था, लेकिन आज भी पहाड़ी क्षेत्र विकास से वंचित है,” बुटोला ने कहा।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि राज्य में पहाड़ी क्षेत्र की उपेक्षा नहीं की जा सकती और उनके अधिकारों की बात होनी चाहिए। “हम यहां गालियां सुनने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि हम यह जानने के लिए आते हैं कि बजट में हमारे लिए क्या है और हमारे लिए क्या नीतियां बनाई गई हैं। हम विधानसभा में अपनी बात रखने के लिए आते हैं, ताकि पहाड़ी क्षेत्र को न्याय मिल सके,” बुटोला ने बयान दिया।
यह बयान इस समय राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि यह पहाड़ी क्षेत्रों के विकास और उनके अधिकारों को लेकर जारी बहस को और तेज़ करता है। लखपत बुटोला के बयान से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस पहाड़ी मूल के लोगों के स्वाभिमान और अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।