देहरादून:
चमोली जिले के माणा गांव के निकट हिमस्खलन की घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए आपदा परिचालन केंद्र का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया और सभी संबंधित विभागों को समन्वय स्थापित करके कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हम सभी प्रयासों को समन्वित कर रहे हैं और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिससे प्रभावितों और उनके परिवारों को आवश्यक सूचनाएं प्राप्त हो सकें।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एक्सपर्ट की टीम मौके पर भेजी जा चुकी है और सभी संबंधित एजेंसियां मिलकर राहत कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण बारिश और बर्फबारी राहत कार्यों में रुकावट डाल रही है, लेकिन सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि प्रभावितों को जल्दी से जल्दी बाहर निकाला जा सके।
अब तक, हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के 57 श्रमिक प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 15 श्रमिक सुरक्षित हैं और 42 लापता श्रमिकों को ढूंढने की प्रक्रिया जारी है। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है, और लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। दूसरी एसडीआरएफ टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है, ताकि मौसम की स्थिति में सुधार होते ही हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के पास भेजा जा सके।
इस समय, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, BRO और सेना मिलकर समन्वय स्थापित कर राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया कि प्रभावितों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।