
रूडकी: उत्तराखंड में पत्रकारिता की स्वतंत्रता को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है, जब दोनों प्रेस क्लबों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम की कवरेज से इनकार कर दिया। यह कदम उस विवाद के बाद उठाया गया जब कल रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने बोर्ड की बैठक के दौरान पत्रकारों को अंदर प्रवेश करने से रोक दिया था।
इस निर्णय पर कई संगठनों और पत्रकारों ने प्रेस क्लब के फैसले का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह कदम पत्रकारिता की स्वतंत्रता और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक था। पत्रकारों के मुताबिक, पिछले कुछ समय से अधिकारियों और नेताओं द्वारा मीडिया पर दबाव बनाने की कोशिशें बढ़ी हैं, जिसके खिलाफ इस तरह का कदम उठाना जरूरी था।
कल आयोजित बैठक के दौरान जब विधायक प्रदीप बत्रा ने पत्रकारों को बैठक में घुसने की अनुमति नहीं दी, तो इससे पत्रकारों में असंतोष फैल गया और उन्होंने इसका विरोध किया। इस घटना के बाद प्रेस क्लब के नेताओं ने यह निर्णय लिया कि जब तक पत्रकारों के अधिकारों का उल्लंघन होता रहेगा, तब तक ऐसे कार्यक्रमों की कवरेज नहीं की जाएगी।
यह कदम पत्रकारों के लिए एक बड़ा संदेश है कि उनके अधिकारों की रक्षा करना जरूरी है, चाहे वह किसी भी स्तर पर हो। प्रेस क्लब का यह निर्णय प्रदेशभर के अन्य पत्रकार संगठनों द्वारा भी सराहा जा रहा है।